यही बहार है दुनीया को भुल जाने की खुशी मनानेकी|
ये प्यारे प्यारे नजारे, ये ठंडी ठंडी हवा, ये हल्का हल्का नशा, ये कोयलोंकी सदा, निकलके आ गयी रुत मस्तीयां लुटानेकी खुषी मनानेकी||
Thursday, February 1, 2007
AAJ PERI LE GORI RANGA BASANT CHIRA, AAYA RITURAJ KOYALARIYA KUKE ||
Breathtaking! Good fotos....
ReplyDeleteIt's the speciality of DSK Vishwas
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